मेरे बिना जब जीना मुश्किल लगे मुझे मिलने आना। मेरे बिना जब जीना मुश्किल लगे मुझे मिलने आना।
मुक़द्दर से हमारा मिलना हुआ प्यार के बंधन में जुड़ना हुआ मुक़द्दर से हमारा मिलना हुआ प्यार के बंधन में जुड़ना हुआ
ग़र सशरीर "नीरज" मिल ना सका तो, मरते ही तुम में मिल जाऊँ।। ग़र सशरीर "नीरज" मिल ना सका तो, मरते ही तुम में मिल जाऊँ।।
अग्नि से ही शुरू होती अग्नि पर ही खत्म होती हम लोगों की जिंदगी। अग्नि से ही शुरू होती अग्नि पर ही खत्म होती हम लोगों की जिंदगी।
प्रत्येक युग का सत्य ये कह गए ज्ञानी प्रज्ञ होलिका की अग्नि समझ जीवन का यज्ञ। प्रत्येक युग का सत्य ये कह गए ज्ञानी प्रज्ञ होलिका की अग्नि समझ जीवन का यज्ञ।
भाग कर जाना चाहती हूँ, लिपट कर सारी दूरियाँ , मिटा देना चाहती हूँ, जो इतने दिनों से भाग कर जाना चाहती हूँ, लिपट कर सारी दूरियाँ , मिटा देना चाहती हूँ, जो ...